Am a villager -Anita Deora 🆃🅷🅴 🅽🅾🅸🆂🅴 🅱🅴🅷🅸🅽🅳 🆃🅷🅴 🆂🅸🅻🅴🅽🅲🅴 🅵🆁🅾🅼 🅰 🅶🅸🆁🅻🆂 🅷🅴🅰🆁🆃 ❤❤ --- Poem सस्ती मेरी दुनिया हैं, शोक मेरे मेहँगे है Fake नजर आती हूँ, पर तुम जैसी Real वाली Fake नही ,मैं जितना हैं उसमें खुश रहती हूँ, झूठी उम्मीदों से दूर रहती,मैं मुझे समझने की बात ना करना,समझ नही आती किसी को,मैं Freinds वाली list लम्बी हैं मेरी,Hi -Hello तक ही सीमित मैं हाँ जरूरत ही नही हैं मुझे फालतू के उलझनों की,जिनकी यार दिल से मानती ,मैं साबित कुछ भी परायो को क्यों करू, मेरे अपनो की शान हूँ, मैं हाँ दुनियादारी निभाने का सर पर संवार हैं जुनून,उनमे भी ठोकर खा चुकी,मैं मेने खुद की कुछ Limits बना रखी हैं, यूँही Cross नही करती,मैं School ,Collage पूरा कर चुकी हूँ , मेरी काबिलियत पर शक नही करती,मैं सही गलत का थोड़ा तो अंदाज़ा हैं मुझे भी, दुनिया,जिम्मेदारी की परवाह करती हूँ, मैं ...
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