Ruk jao ,Thahar jao ,khud se pyar kro || love yourself hindi poem || fake world hindi poem || motivational life poem in hindi || Today's reality life hindi poem - Anita Deora { Am a Villager }
Am a villager -Anita Deora यहाँ सभी फ़रेबी हैं, किस - किस की बेवफाई ढूंढते फिरोगे। यहाँ तुम्हारी सोच की कदर नही हैं, किस - किस को फ़ितरत बताते फिरोगे। यहाँ तुम्हें भीड़ में शामिल किया गया हैं, किस - किस को किनारा बताते फिरोगे। यहाँ तुम्हारे बारे में बातें किस्सों में होती हैं, किस - किस को कहानी बताते फिरोगे। यहाँ मासूमियत को मजाक बना रखा हैं, किस-किस को साबित करते फिरोगे। यहाँ शोर को सुना जाता हैं , किस - किस को चुप्पी सुनाते फिरोगे। रुक जाओ,ठहर जाओ यहाँ तुम्हे नही समझा जाता है, यहाँ तुम से बेहतर खुद को कोई नही समझ सकता हैं। - Anita Deora ...